360 ONE की स्पष्टीकरण: IPE Plus Fund 1 ने अदाणी के शेयरों में नहीं किया कोई निवेश
हिंडनबर्ग रिसर्च की नई रिपोर्ट पर 360 One का स्पष्टीकरण
SEBI की चेयरपर्सन और उनके पति पर लगाए गए आरोपों का खंडन
यूएस शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी हालिया रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने 5 जून 2015 को मॉरीशस स्थित IPE Plus Fund 1 में एक अकाउंट खोला था, जो कथित तौर पर फंड की हेराफेरी में शामिल था। रिपोर्ट के प्रकाशन के तुरंत बाद, 360 One (पूर्व में IIFL Wealth) ने एक एक्सचेंज नोटिफिकेशन जारी किया, जिसमें कहा गया कि IPE Plus Fund 1 ने अपने पूरे कार्यकाल के दौरान अदाणी ग्रुप के किसी भी शेयर में कोई भी डायरेक्ट या इनडायरेक्ट निवेश नहीं किया।
IPE Plus Fund 1 और IIFL का संदर्भ
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि माधबी बुच और उनके पति ने 5 जून 2015 को सिंगापुर में IPE Plus Fund 1 के साथ अकाउंट खोला था। हिंडनबर्ग रिसर्च का कहना है कि इस ऑफशोर मॉरीशस फंड की स्थापना इंडिया इंफोलाइन फाइनेंस लिमिटेड (IIFL) के एक डायरेक्टर द्वारा की गई थी, और यह टैक्स हेवन मॉरीशस में रजिस्टर्ड है।
360 One का स्पष्टीकरण
- फंड की स्थिति: आईपीई-प्लस फंड 1 पूरी तरह से कम्प्लायंट और रेगुलेटेड फंड था, जिसे अक्टूबर 2013 में लॉन्च किया गया और अक्टूबर 2019 तक ऑपरेट किया गया।
- निवेश की स्थिति: फंड के पूरे कार्यकाल के दौरान, आईपीई-प्लस फंड 1 ने किसी भी फंड के माध्यम से डायरेक्ट या इनडायरेक्ट रूप से अदाणी ग्रुप के किसी भी शेयर में कोई भी निवेश नहीं किया।
- एसेट मैनेजमेंट: अपने पीक पर, फंड की अंडर एसेट मैनेजमेंट (AUM) लगभग 48 मिलियन डॉलर तक पहुंच गई थी, जिसमें 90% से अधिक फंड लगातार बॉंड्स में निवेशित रहा।
- मैनेजमेंट और निवेश: फंड को डिस्क्रेशनरी फंड के रूप में मैनेज किया गया था और इसमें निवेशक की कोई भागीदारी नहीं थी। माधवी पुरी बुच और धवल बुच की फंड में हिस्सेदारी कुल निवेश का 1.5% से भी कम थी।
- पुनरावृत्ति और स्पष्टता: रिपोर्ट में उठाए गए बाकी सभी बिंदुओं को पहले भी पर्याप्त रूप से स्पष्ट किया जा चुका है।
- रेगुलेटरी अनुपालन: 360 One एसेट मैनेजमेंट फिर से पुष्टि करता है कि उसके सभी फंड सभी एप्लिकेबल रेगुलेशन का पालन करते हैं और हम कॉर्पोरेट गवर्नेंस के उच्चतम मानकों का पालन करते हैं।