Hindenburg रिपोर्ट: SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर लगे तीन बड़े आरोप
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने SEBI चीफ माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट में कुल तीन प्रमुख आरोप लगाए गए हैं:
आरोप नंबर 1: अदाणी ग्रुप में हिस्सेदारी
- आरोप: रिपोर्ट के अनुसार, माधबी पुरी बुच और धवल बुच की अदाणी ग्रुप की तथाकथित ऑफशोर एंटिटीज में हिस्सेदारी है। इसमें बरमूडा और मॉरिशस के फंड्स शामिल हैं।
आरोप नंबर 2: Agora पार्टनर्स में हिस्सेदारी
- आरोप: हिंडनबर्ग ने दावा किया है कि सिंगापुर की कंसल्टेंसी फर्म Agora पार्टनर्स में माधबी पुरी बुच का 99% हिस्सा है। SEBI चेयरपर्सन बनने के बाद, उन्होंने अपनी हिस्सेदारी पति को ट्रांसफर कर दी।
आरोप नंबर 3: ब्लैकस्टोन में REITs नियमों में बदलाव
- आरोप: रिपोर्ट के अनुसार, माधबी पुरी बुच ने अपने पति धवल बुच के ब्लैकस्टोन में सीनियर एडवाइजर रहते हुए REITs नियमों में बदलाव किया। आरोप है कि इस बदलाव ने REITs को फायदा पहुंचाया।
माधबी पुरी बुच और धवल बुच की सफाई:
- सफाई: माधबी पुरी बुच और धवल बुच ने आरोपों को निराधार और झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों का कोई आधार नहीं है। उनका जीवन और वित्तीय स्थिति एक खुली किताब है, और सभी आवश्यक दस्तावेज पहले ही SEBI के सामने पेश किए जा चुके हैं।
- पारदर्शिता: उन्होंने यह भी कहा कि वे किसी भी दस्तावेज का खुलासा करने में हिचकिचाहट नहीं दिखाएंगे, जिसमें वे दस्तावेज शामिल हैं जो उनके पूरी तरह से प्राइवेट सिटिजन होने के समय के हैं।
- आगे की कार्रवाई: वे एक विस्तृत बयान जारी करने की योजना बना रहे हैं और आरोपों को चरित्र हनन का प्रयास मानते हैं। SEBI ने हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ इन्फोर्समेंट की कार्रवाई की है और कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
इन आरोपों और सफाई के बीच, दोनों पक्षों के बीच विवाद और अनिश्चितता बनी हुई है, जो आने वाले समय में और अधिक स्पष्ट हो सकती है।