Vodafone Idea का घाटा 5 तिमाहियों में सबसे निचले स्तर पर! क्या अब शेयर में होगा बड़ा धमाका?
वोडाफोन आइडिया का घाटा पांच तिमाहियों में सबसे निचले स्तर पर
वोडाफोन आइडिया की आय में तिमाही आधार पर गिरावट के बावजूद, कंपनी का घाटा पांच तिमाहियों में सबसे निचले स्तर पर आ गया है। हाल ही में फंड जुटाने के कारण इसकी वित्तीय लागत 16% घटकर 5,262 करोड़ रुपये रह गई है। हालांकि, वोडाफोन आइडिया की आय अनुमानों से कम रही, लेकिन घाटा एनालिस्ट के अनुमानों से कम रहा। कंपनी ने 6,432 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया, जो कि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही के बाद से सबसे कम घाटा है। ब्लूमबर्ग ने कंपनी को तिमाही के लिए 7,639 करोड़ रुपये के घाटे का अनुमान लगाया था।
इतिहास में दर्ज हुआ सबसे बड़ा घाटा
वोडाफोन आइडिया ने वित्त वर्ष 2020 की सितंबर तिमाही में 50,922 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था, जो भारत में किसी कंपनी द्वारा दर्ज किया गया अब तक का सबसे अधिक घाटा था। भारी लाइसेंस फीस और स्पेक्ट्रम यूजेज चार्ज के कारण कंपनी की वित्तीय स्थिति पर बड़ा असर पड़ा था।
कर्ज में आई बड़ी गिरावट
कंपनी, जो कई तिमाहियों से घाटा दर्ज कर रही थी, अब उसके कर्ज में कुछ सुधार हुआ है। पिछले एक साल में बैंकों और वित्तीय संस्थानों से कुल उधारी लगभग आधी हो गई है। जून तिमाही के अंत में कुल कर्ज 4,650 करोड़ रुपये था, जबकि एक साल पहले यह 9,200 करोड़ रुपये था।
ARPU 146 रुपये पर स्थिर
वोडाफोन आइडिया का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) तिमाही आधार पर 146 रुपये पर स्थिर रहा, लेकिन सालाना आधार पर यह 139 रुपये से अधिक है। 2024 में अब तक वोडाफोन आइडिया ने 24,000 करोड़ रुपये की इक्विटी फंडिंग जुटाई है, जिसमें फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) के जरिए 18,000 करोड़ रुपये शामिल हैं।
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