LIC को 605 करोड़ रुपये का जीएसटी डिमांड ऑर्डर, कंपनी ने किया वित्तीय प्रभाव से इनकार
लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (LIC) को 600 करोड़ रुपये से अधिक का जीएसटी डिमांड ऑर्डर मिला है। LIC ने शेयर बाजार बंद होने के बाद इस जानकारी को साझा किया है। यह ऑर्डर डिप्टी कमिश्नर ऑफ स्टेट टैक्स, मुंबई द्वारा जारी किया गया है, जिसमें वित्त वर्ष 2019-20 के लिए जीएसटी, उस पर ब्याज, और पेनल्टी शामिल हैं, कुल राशि 605.58 करोड़ रुपये बताई गई है। गुरुवार को LIC का शेयर 1% से अधिक की वृद्धि के साथ 1070 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
कंपनी द्वारा दी गई जानकारी:
LIC के अनुसार, इस डिमांड में 294.43 करोड़ रुपये जीएसटी, 281.70 करोड़ रुपये ब्याज, और 29.44 करोड़ रुपये पेनल्टी शामिल हैं। यह डिमांड इनपुट टैक्स क्रेडिट और देरी से भुगतान पर ब्याज के कारण भेजी गई है। LIC ने स्पष्ट किया है कि इस डिमांड ऑर्डर का उनकी वित्तीय स्थिति, संचालन, या अन्य गतिविधियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
LIC ने बुधवार को IRDAI से अपील की है कि वह सरेंडर वैल्यू में किए गए बदलाव की समीक्षा करे, जो कि IRDAI (इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स) रेगुलेशन 2024 के तहत जून में लागू हुए थे। इन बदलावों का उद्देश्य पॉलिसी धारकों को सरेंडर के समय अधिक भुगतान प्रदान करना है।
स्टॉक और तिमाही प्रदर्शन:
हाल के दिनों में LIC के स्टॉक में उतार-चढ़ाव देखा गया है। एक महीने में स्टॉक में 9% की गिरावट आई है, जबकि तीन महीने में यह 7% से अधिक बढ़ा है। इस साल अब तक स्टॉक ने 28% का रिटर्न दिया है। जून तिमाही में LIC का मुनाफा 10% बढ़कर 10,461 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि EBITDA में सालाना आधार पर 50% की वृद्धि हुई है।