Hindenburg: नए आरोपों पर अदाणी ग्रुप का जवाब—जानें क्या कहा
हिंडनबर्ग रिसर्च की नवीनतम रिपोर्ट ने एक बार फिर अदाणी ग्रुप पर हमले किए हैं, लेकिन इस बार उनका फोकस SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर है। रिपोर्ट में उन्होंने माधबी पुरी बुच को अदाणी ग्रुप के साथ जोड़ते हुए आरोप लगाए हैं। इस रिपोर्ट का जवाब सामने आया है:
अदाणी ग्रुप का जवाब:
- आरोपों की निंदा: अदाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों को दुर्भावना और साजिश से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा कि आरोपों में तथ्यों और नियमों को झुठलाकर, पब्लिक के बीच जानकारियों को अपने हिसाब से पेश किया गया है।
- आधारहीन आरोप: अदाणी ग्रुप ने कहा कि ये वही आरोप हैं जो पहले से ही आधारहीन साबित हो चुके हैं और जिनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने मार्च 2023 में निर्णय दिया था।
- पारदर्शिता: अदाणी ग्रुप का कहना है कि उनकी विदेशों में होल्डिंग स्ट्रक्चर पूरी तरह से पारदर्शी है और संबंधित जानकारियां समय-समय पर जारी की जाती हैं।
- हताशा का संकेत: ग्रुप ने यह भी कहा कि हिंडनबर्ग के आरोप एक हताश इकाई द्वारा गुमराह करने की कोशिश के अलावा कुछ नहीं हैं।
SEBI चेयरपर्सन का बयान:
- आरोपों का खंडन: माधबी पुरी बुच ने रिपोर्ट के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये आरोप निराधार हैं। उन्होंने सभी जरूरी खुलासे पहले ही SEBI के सामने पेश किए हैं।
- दस्तावेजों की उपलब्धता: उन्होंने कहा कि वे किसी भी और सभी दस्तावेजों को सामने पेश करने के लिए तैयार हैं, जिसमें वे दस्तावेज भी शामिल हैं जो तब के हैं जब वे पूरी तरह से प्राइवेट सिटीजन थे।
इस तकरार के बीच, अदाणी ग्रुप और SEBI की चेयरपर्सन दोनों ने अपने-अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत किए हैं। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और इन प्रतिक्रियाओं के बीच की सच्चाई को लेकर स्पष्टता आने में समय लगेगा।