भारी बारिश के बावजूद खरीफ की बुवाई में सिर्फ 1.4% की बढ़त! मंत्रालय ने जारी किए चौंकाने वाले आंकड़े
खरीफ की बुवाई में मामूली वृद्धि, लेकिन कुछ फसलों में गिरावट
कृषि मंत्रालय द्वारा 12 अगस्त तक जारी आंकड़ों के अनुसार, लगातार तीन हफ्तों तक अत्यधिक बारिश के बावजूद खरीफ की बुवाई में मामूली वृद्धि देखने को मिली है। बुवाई मात्र 1.4% बढ़कर 98 मिलियन हेक्टेयर तक पहुंची। मनीकंट्रोल के अनुसार, धान की बुआई में 4.3% की वृद्धि हुई, जो 33.2 मिलियन हेक्टेयर तक पहुंच गई है, जबकि दालों की बुआई में 6.7% की वृद्धि देखी गई। दूसरी ओर, जूट और कपास की बुआई में 12 अगस्त तक करीब 9% की गिरावट दर्ज की गई।
देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश की स्थिति
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, 12 अगस्त तक भारत में बारिश का सरप्लस घटकर 6% रह गया। हालांकि, देश के एक-चौथाई हिस्से में अब भी बारिश की कमी बनी हुई है। 12 अगस्त को पूरे देश में 6.33% अधिक बारिश दर्ज की गई, जबकि एक दिन पहले यह 6.58% थी।
पंजाब में सबसे ज्यादा बारिश की कमी
उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी भारत में बारिश की कमी काफी हद तक कम हो गई है। चंडीगढ़ में पिछले एक महीने में 50% से ज्यादा की कमी घटकर 28% रह गई है। हालांकि, उत्तर-पश्चिम के पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बारिश की कमी बनी हुई है। दिल्ली में बारिश की कमी बढ़कर 20% हो गई, जबकि पंजाब में सबसे ज्यादा 33% बारिश की कमी दर्ज की गई है।
जल संग्रहण में सुधार
8 अगस्त को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत के जलाशयों की स्थिति में सुधार हुआ है। देश में जलाशयों का स्तर सामान्य से 21% ज्यादा है, जबकि एक हफ्ते पहले यह 7% था। हालांकि, उत्तरी और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों, जैसे पश्चिम बंगाल, में जलाशयों का स्तर सामान्य से कम बना हुआ है, जिससे बुवाई प्रभावित हो सकती है। सरकार को उम्मीद है कि कृषि क्षेत्र जल्द ही दोबारा ट्रैक पर लौटेगा, जिसने पिछले वित्त वर्ष में 4.7% की तुलना में वित्त वर्ष 2024 में 1.4% की बढ़ोतरी दर्ज की, जो 3.7% के दीर्घकालिक औसत से भी कम है।