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हिंडनबर्ग का अडानी पर दोबारा हमला: क्या शेयर बाजार में आएगा उथल-पुथल?

अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक बार फिर अडानी समूह पर निशाना साधा है। इस बार हिंडनबर्ग ने सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच और उनके पति पर अडानी समूह से जुड़े विदेशी फंडों में हिस्सेदारी होने का आरोप लगाया है।

हिंडनबर्ग का दावा है कि सेबी प्रमुख और उनके पति उस विदेशी फंड में हिस्सेदार हैं जिसका उपयोग अडानी समूह में कथित रूप से फंड की हेराफेरी के लिए किया गया था। हालांकि, सेबी प्रमुख और उनके पति ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे बेबुनियाद बताया है। वहीं, अडानी समूह ने भी इन आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें दुर्भावनापूर्ण बताया है।

शेयर बाजार में क्या होगा?

निवेशकों को डर है कि हिंडनबर्ग के इन नए आरोपों से अडानी समूह के शेयरों में एक बार फिर भारी गिरावट आ सकती है। हालांकि, मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार स्थिति अलग है।

  • मार्केट एक्सपर्ट्स का क्या कहना है:
    • मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट का अडानी समूह के शेयरों पर उतना असर नहीं पड़ेगा जितना पिछली बार हुआ था।
    • एक्सपर्ट्स का मानना है कि अडानी समूह की कंपनियों की वित्तीय स्थिति मजबूत है और कमाई में सुधार हो रहा है।
    • हालांकि, शुरुआत में शेयरों में कुछ गिरावट देखने को मिल सकती है लेकिन जल्द ही रिकवर हो जाएंगे।

अडानी समूह के 10 लिस्टेड स्टॉक:

अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी टोटल गैस, अडानी विल्मर, अंबुजा सीमेंट्स, एसीसी और एनडीटीवी।

2023 में क्या हुआ था:

2023 में जब हिंडनबर्ग ने पहली बार अडानी समूह पर आरोप लगाए थे तब समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। हालांकि, बाद में शेयरों ने रिकवरी की और अब अधिकांश शेयर प्री-हिंडनबर्ग पीक से ऊपर हैं।

यह भी पढ़े – 360 ONE की स्पष्टीकरण: IPE Plus Fund 1 ने अदाणी के शेयरों में नहीं किया कोई निवेश

निवेशकों के लिए क्या है खास:

निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के साथ जुड़ा हुआ है और अतीत का प्रदर्शन भविष्य का संकेत नहीं होता है।

निष्कर्ष:

हिंडनबर्ग के नए आरोपों से अडानी समूह के शेयरों में अल्पकालिक उतार-चढ़ाव आ सकता है, लेकिन लंबी अवधि में कंपनी की वित्तीय स्थिति और बाजार की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण होगी।

यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

इस लेख में शामिल की गईं कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • हिंडनबर्ग ने अडानी समूह और सेबी प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
  • अडानी समूह और सेबी प्रमुख ने इन आरोपों को खारिज किया है।
  • मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर कम होगा।
  • निवेशकों को सतर्क रहने और किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेने की सलाह दी जाती है।

डिस्क्लेमर: “शेयर बाजार में निवेश में जोखिम शामिल होता है और इसके परिणामस्वरूप आपको वित्तीय हानि हो सकती है। इस पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी केवल आपकी जागरूकता के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी निवेश निर्णय को लेने से पहले कृपया किसी वित्तीय विशेषज्ञ से परामर्श करें और अपने जोखिम का मूल्यांकन करें।

Amit Kumar

Amit Kumar

About Author

Amit Kumar ek experienced stock market analyst hain, jo apni gahri samajh aur insights ke liye jane jate hain. Stock market ke trends aur investment strategies par unka vishesh focus hota hai, jisse investors ko samajhdari se decisions lene mein madad milti hai.

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