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हिंडनबर्ग का हौवा फुस्स! बाजार ने क्यों कर दी अनदेखी? जानें चाल से बड़ा खुलासा

हाल ही में जारी हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखा गया, लेकिन बाजार ने इस रिपोर्ट को लंबी अवधि के लिए असरदार नहीं माना। रिपोर्ट आने के बाद सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में मामूली गिरावट दर्ज की गई, लेकिन इसके बावजूद बाजार ने सकारात्मक रुख बनाए रखा।

बाजार की चाल

शनिवार को रिपोर्ट आने के बाद सोमवार को बाजार में शुरुआत में तेज गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में 479.78 अंक की गिरावट दर्ज की, लेकिन बाद में इसमें तेजी आई और यह 400.27 अंक तक चढ़ गया। अंततः सेंसेक्स 56.99 अंक यानी 0.07 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 79,648.92 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह, निफ्टी भी 20.50 अंक यानी 0.08 फीसदी की गिरावट के साथ 24,347 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की प्रमुख कंपनियों का प्रदर्शन

सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से अडानी पोर्ट्स, एनटीपीसी, पावर ग्रिड, भारतीय स्टेट बैंक, नेस्ले, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज सबसे ज्यादा नुकसान में रही। दूसरी ओर, लाभ में रहने वाले शेयरों में एक्सिस बैंक, जेएसब्ल्यू स्टील, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक शामिल थे।

एक्सपर्ट्स की राय

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि भारतीय बाजार स्थिर रहा। हालांकि, अडानी-हिंडनबर्ग-सेबी रिपोर्ट का शुरुआती असर देखा गया, लेकिन बाजार ने इसे नकारते हुए वैश्विक स्तर पर सकारात्मक संकेतों को अपनाया।

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हिंडनबर्ग के ताजा आरोप

हिंडनबर्ग रिसर्च ने हाल ही में सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच और उनके पति पर आरोप लगाया है कि उनके पास अडानी समूह से जुड़े विदेशी फंड में हिस्सेदारी है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस फंड का इस्तेमाल अडानी समूह में धन की हेराफेरी के लिए किया गया था। बुच और उनके पति ने इन आरोपों को निराधार बताया है, जबकि अडानी समूह ने इसे दुर्भावनापूर्ण करार दिया है।

अन्य बाजारों की स्थिति

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहा, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहा। यूरोपीय बाजारों में कारोबार के दौरान तेजी का रुख था, और अमेरिकी बाजार शुक्रवार को लाभ में रहा। विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने 406.72 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश में जोखिम शामिल होता है और इसके परिणामस्वरूप आपको वित्तीय हानि हो सकती है। इस पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी केवल आपकी जागरूकता के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी निवेश निर्णय को लेने से पहले कृपया किसी वित्तीय विशेषज्ञ से परामर्श करें और अपने जोखिम का मूल्यांकन करें।

Vikas Patel

Vikas Patel

About Author

Vikas Patel ek experienced stock market expert hain, jo apni gahri samajh aur market analysis ke liye jane jate hain. Stock market ke trends aur investment strategies par unki gehri pakad hai, jis se investors ko informed financial decisions lene mein madad milti hai.

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