PMO के साथ मीटिंग में बड़ा ऐलान! डीजल में 5% एथेनॉल ब्लेंडिंग की तैयारी—ये बदलाव लाएगा भारी असर
सूत्रों के मुताबिक, भारत सरकार डीजल में 5% एथेनॉल ब्लेंडिंग को लागू करने की तैयारी कर रही है। इस प्रस्ताव पर पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें संबंधित मंत्रालयों ने विचार-विमर्श किया।
एथेनॉल ब्लेंडिंग की टेस्टिंग
डीजल में एथेनॉल ब्लेंडिंग की टेस्टिंग जारी है, और एआरएआई (ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएट्स ऑफ इंडिया) इस पर काम कर रही है। जल्द ही तेल कंपनियों के लिए इस संबंध में निर्देश जारी किए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त, भारी डीजल वाहनों के लिए एथेनॉल टेस्टिंग की संभावना भी निकट भविष्य में जताई जा रही है। हालांकि, BS VI वाहनों में एथेनॉल टेस्टिंग अभी बाकी है।
सरकार का लक्ष्य
सरकार का उद्देश्य 2025 तक 20% एथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य पूरा करना है। यह कदम क्रूड आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए उठाया जा रहा है। एथेनॉल पेट्रोल की तुलना में अधिक स्वच्छ जलने वाला होता है और यह कार्बन मोनोऑक्साइड और हाइड्रोकार्बन जैसे प्रदूषकों का कम उत्सर्जन करता है। इससे वायु गुणवत्ता में सुधार होगा और ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलेगी।
एथेनॉल के फायदे
एथेनॉल की उपस्थिति फ्यूल में उत्सर्जन को कम करती है, जिससे पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसका प्रयोग सरकार की ग्रीन एनर्जी और स्वच्छ ईंधन के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है, जो आने वाले समय में ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।